क्रमांक तारीख शुभ-आयोजन विवरण
1 January 13 2025 पौष पूर्णिमा सूर्य और चंद्रमा का संगम
पौष पूर्णिमा के दिन सूर्य और चंद्रमा का अद्भुत संगम होता है. ज्योतिष शास्त्र में पौष महीने को सूर्य देव का महीना माना जाता है. इस दिन सूर्य और चंद्रमा की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
स्नान-दान का महत्व
पौष पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष महत्व माना जाता है. इस दिन स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.
2 January 14 2025 मकर संक्रांति मकर संक्रांति को देवताओं का दिन कहा जाता है. इस दिन सूर्य का मकर राशि में प्रवेश होता है और सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं. शास्त्रों के मुताबिक, उत्तरायण का समय देवताओं का दिन और दक्षिणायन का समय देवताओं की रात होता है.
इस दिन सूर्य देव की पूजा की जाती है और उनसे आशीर्वाद मांगा जाता है. मान्यता है कि इस दिन सूर्य की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है.
3 January 29 2025 मौनी अमावस्या यह माघ महीने में आने वाली अमावस्या है. माना जाता है कि इस दिन ऋषि मनु का जन्म हुआ था.
इस दिन मौन रहने, स्नान करने, दान करने, और भगवान विष्णु की पूजा करने का विशेष महत्व है.
इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से तन-मन की शुद्धि होती है.
4 February 3 2025 बसंत पंचमी स दिन से बसंत ऋतु का आगमन होता है, जो सभी ऋतुओं का राजा है। बसंत पंचमी के 40 दिन बाद होली का पर्व मनाया जाता है, इसलिए बसंत पंचमी से होली के त्योहार की शुरुआत मानी जाती है। मान्यता है कि बसंत पंचमी को देवी सरस्वती का जन्म हुआ था। इसी दिन वह हाथों पुस्तक, वीणा और माला लिए श्वेत कमल पर विराजमान होकर प्रकट हुई थीं।
5 February 4 2025 अचला सप्तमी अचला सप्तमी को सूर्य देव का जन्मदिन माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन सूर्य देव सात घोड़ों के रथ पर सवार होकर धरती पर प्रकट हुए थे.
अचला सप्तमी को रथ सप्तमी भी कहा जाता है. इस दिन सूर्य देव की पूजा करने से संतान प्राप्ति होती है.
अचला सप्तमी को आरोग्य सप्तमी भी कहा जाता है. इस दिन व्रत और पूजा करने से व्यक्ति रोगों से मुक्त होता है.
6 February 12 2025 माघ पूर्णिमा माना जाता है कि माघ महीने में देवी-देवता पृथ्वी पर आते हैं और मनुष्य रूप धारण करके प्रयागराज में स्नान, दान, और जप करते हैं.
इस दिन गंगा स्नान करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है.
माना जाता है कि माघ पूर्णिमा के दिन गंगा में स्नान करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है.
6 February 26 2025 महा शिवरात्रि पौराणिक कथाओं के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन ही शंकरृजी और माता पार्वती का विवाह हुआ था। साथ ही महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव का शिवलिंग अवतार हुआ था।